By Samachar Digital News
Chandigarh 15th March, 2019:- बिजली विभाग के एस ई द्वारा अनुमान के आधार पर की गई जाँच रिर्पोट की आड़ लेकर
8 कर्मचारियों को जबरदस्ती नौकरी से रिटायर करने तथा जुर्माना डालने के
विरोध में एस ई एम पी सिंह के खिलाफ
19 मार्च 2019 को दिये जा रहे रोष धरने की तैयारी के संबंध में बिजली कर्मचारियों द्वारा आज औद्योगिक क्षेत्र फेज-2
तथा फेज-1
में रोष रैली कर धरने की तैयारी पूरी कर ली गई।
रैलियों को सम्बोंधित करते हुए यूनियन के महासचिव गोपाल दत्त जोशी, ध्यान सिंह, अमरीक सिंह, गुरमीत सिंह, मक्खन सिंह, रणजीत सिंह, राजपाल , प्रदीप शर्मा, राजिन्द्र कुमार, पान सिंह, बलबीर चन्द, सुलखन सिंह आदि ने एक तरफा जाँच व अनुमान के आधार पर किसी एक अन्दर या बाहर वाले की गलती की सजा सभी कर्मचारियों को देने
तथा सभी कर्मचारियों को जबरदस्ती रिटायर करने तथा जुर्माना डालने के लिए बिजली विभाग के एस ई एम पी सिंह की तीखी निन्दा की है तथा आरोप लगाया कि एस ई ने साफ सुथरी जांच कराने की बजाये मनमाने तरीके से कर्मचारियों को जबरदस्ती रिटायर कर उनके बसे बसाये परिवारों को तबाह किया है।
वक्ताओं ने एस ई द्वारा बदले की भावना से की गई इस कार्यवाही को गैर जरूरी तथा हताशा में उठाया गया कदम बताते हुए यूटी के मुख्य अभियन्ता से इस कार्यवाही पर रोक लगाने तथा कर्मचारियों को शीघ्र बहाल करने की मांग की क्योंकि जांच रिर्पोट में किसी भी एक कर्मचारी को दोषी ना ठहरा कर अनुमान के आधार पर रिर्पोट दी गई है जिसके आधार पर कर्मचारियों को रिटायर करना गैर कानूनी तथा दुरभावनापूर्ण की गई कार्यवाही है। वक्ताओं ने दोष लगाया कि एस ई के खिलाफ कई केसों में भ्रष्टाचार की जांच चल रही है जिसकी बौखलाहट में व इस तरह की हरकतें कर विभाग का माहौल कर रहा है। वक्ताओं ने चीफ इन्जीनियर से एस ई को कोई भी नीतिगत फैसला लेने से रोकने की मांग की है।
वक्ताओं ने चीफ इन्जीनियर को अपील की है कि एस ई द्वारा पिछले
8 सालों में किये घपलों व विभाग को हुए नुक्सान की सीबीआई जाँच की जाये तथा एस ई को तुरन्त बरखास्त किया जाए क्योंकि पिछले
8 साल में एस ई ने विभाग का करोड़ों का नुक्सान कराया है। सैक्टर
63 के इलैक्ट्रीफिकेशन के मामले में जाँच एस ई के खिलाफ रिर्पोट आने के बावजूद कार्यवाही नहीं की है। इसी तरह मंगत राम कैशियर द्वारा
1 करोड़ 85 लाख के गबन की भी रिकन्सीलेशन की जिम्मेवारी वर्तमान एसई उस समय के एक्स ई एन एम.पी. सिह की बनती थीण् जिसे न निभा पाने के कारण विभाग के सीधे तौर पर
1 करोड 85 लाख अभी तक रिकवर नहीं हुए। इसी तरह
50 हजार रिश्वत के मामले में केस चल रहा है। यह भी गौरतलब है कि
66 केवी व अन्य अभी तक अध्ूरे प्राजैक्टों के करोड़ो रूपये एनटीपीसी को दिये जाने की भी जांच की मांग की है कयोंकि करोड़ो रूपये देने के बाद भी कई प्रोजैक्ट अध्ूरे पड़े हैं। सन्
2012 से अब तक डी एम सी कनैक्शनों को खत्म कर सी एस करने से विभाग को हर साल
40 से 50 करोड़ का नुक्सान हुआ है जो
6 सालों में
250 करोड़ से
300 करोड़ बनता है। जिसके लिए विभाग के उच्च अधिकारियों की मंजूरी नहीं ली गई लेकिन बिजली कर्मचारियों को मिल रहा
200 से 300 रूपये प्रति महिना बिजली कन्सैशन को अपने तौर पर ही बन्द कर कर्मचारियों की जेब पर छापा मारा गया। इसकी भी जांच कर वसूली पर जोर दिया।
यूनियन व फैडरेशन के पदाधिकारियों ने चण्डीगढ़ के सभी कर्मचारियों
से इस ज्यादती के खिलाफ फैड़रेशन द्वारा 19 मार्च 2019
को सैक्टर
17 में किये जा रहे विशाल रोष धरने व मार्च में शामिल होने की अपील की है।
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