Tuesday, March 26, 2019

पानीपत निवासी ने पूर्व निगम पार्षद व् पुलिस पर गुंडागर्दी व धक्केशाही के लगाए आरोप


By Samachar Digital News
Chandigarh 26th Mar, 2019:- पानीपत निवासी एन जी नव दृष्टि वेलफेयर सोसायटी के प्रेसिडेंट गगन तनेजा ने पानीपत नगर कौंसिल के पूर्व पार्षद पर धक्केशाही गुंडागर्दी को बढ़ावा देने के आरोप लगाए है। उन्होंने इसके अलावा पानीपत पुलिस पर भी उन्हें डरा धमका कर आरोपियों के साथ राजीनामा करने के आरोप लगाए।
चंडीगढ़ प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में गगन तनेजा ने बताया कि 21 मार्च को होली वाले दिन वो असंध रोड पर अपने पारिवारिक सदस्यों सहित निर्माणाधीन प्लाट पर बैठे थे की तभी वहां से गुजर रही एक गाड़ी की उनकी गाड़ी से टक्कर हुई। जब उस गाड़ी के ड्राइवर को उन्होंने ऐतराज जताया और कहा कि उन्हें देख कर गाड़ी चलानी चाहिए। तो ड्राइवर गाड़ी में बैठे लोग उल्टा उनसे बहस करने लगे और अनाप शनाप बोलने लगे। जब उन्होंने उनके ऐसा गलत बोलने पर ऐतराज जताया। तो वो सब लड़ने पर आमादा हो गए। बड़ी मुश्किल से मामला शांत हुआ। पर वो अंदर ही अंदर शायद खुन्नस लेकर वहां से चले गए। थोड़ी देर बाद वो जब अपने प्लाट से निकल कर घर की तरफ जा रहे थे तो 3 गाड़ियों ने उनकी गाड़ी का पीछा किया और बीच बाजार में उनकी गाड़ी रोक उन पर हमला किया। लाठियों और रॉड से लैस उन लोगों ने उनकी गाड़ी को बुरी तरह की तोड़ फोड़ की। इस हमले में पूर्व नगर निगम पार्षद प्रवेश नैन के सगे भाई विवेक शामिल थे। उन्होंने इसकी शिकायत तुरंत ही नजदीक पुलिस चौकी में दी और पुलिस को साथ ले वारदात स्थल का मुयायना करवाया। पुलिस ने उनकी शिकायत के आधार परकंप्लेंट दर्ज कर ली।  उन्हें आश्वासन दिया जाता है कि उनकी शिकायत के आधार पर जल्द कार्यवाही होगी और आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा। परन्तु कल 22 मार्च को जांच अधिकारी एस आई रणवीर सिंह काउन्हें फ़ोन आता है और उन पर दबाब बनायाजाता कि  आप राजीनामा कर लो। मामला दर्ज करवाने का कोई फायदा नही, बल्कि आप भी उल्टा फंस जाओगे। क्योंकि आप कुछ प्रूव नही कर पाओगे।
गगन तनेजा ने बताया कि जांच अधिकारी की बात सुनने पर उन्हें धक्का सा लगा। तब उन्होंने मन बनाया की वो शहर में गुंडागर्दीऔर धक्काशाही नही चलने देंगे।
गगन तनेजा ने कहा कि उन्होंने अपने साथ हो रहे धक्के की शिकायत राज्य के मुख्यमंत्री और पुलिस के आलाधिकारी को भी दे दी है और मांग की है कि उन्हें इंसाफ दिलाया जाए।

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