By Samamchar Digital
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Chandigarh 10th September:- जिला फिरोजपुर के लोगों ने जिले के
अंतर्गत आते गाँव "खाने के अहल" के क्षेत्र में धड़ल्ले से चल रही अवैध
माइनिंग के लिए कांग्रेसी नेताओं और प्रशासन की खनन माफिया से मिलीभगत के आरोप
लगाते हुए राज्य के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर शिकायत की है और इस संबंध में ठोस
कार्रवाई की गुहार लगाई है।
चंडीगढ़ प्रेस क्लब में आज आयोजित पत्रकार् वार्ता में अमरदीप
कपूर, बलजीत कुमार, पवन कुमार, राजू ढींगरा, राकेश कुमार मल्होत्रा, राजन कुमार और
बलबीर धींगड़ा ने कहा कि पंजाब राज्य में पिछली सरकार से लेकर अब तक की सरकार अवैध
माइनिंग के दोष एक दूसरे पर लगाती रही है और दोष लगाए भी जा रहे है। जब कि कैप्टन
सरकार और उनके मंत्रियों की ओर से बड़े बड़े दावे किए जा रहे है कि अब राज्य में
कहीं भी अवैध माइनिंग नही हो रही और न ही होने दी जाएगी।यह सब पिछली सरकार के दौर
में ही हो रहा था। उन्होंने कहा कि सरकार के दावों की पोल खोलती ताजा मिसाल उनके
एरिया में भी देखी जा सकती है। उनके जिला फिरोजपुर के अधीन आते गाँव खाने के अहल
की लगभग 20 एकड़ 60-70 फुट गहरे रकबे में कांग्रेसी नेताओं और प्रशासन की देखरेख
में दलजीत सिंह बिट्टू, रंजीत सिंह राणा, अशोक चंडावा और राजू चड्डा( शराब
कारोबारी) द्वारा अवैध माइनिंग की जा रही है। रोजाना 400-450 टिप्पर और 200-250
ट्राली, जो कि चैन माउंटेड (पोप लेन) मशीनों से की जाती है। जिससे सरकार को करोड़ों
रुपये का नुकसान हो रहा है। इसके साथ ही राहदारी के लिए डुप्लीकेट वेमेंट स्लिप
जिस पर दस रूपए का नोट के साथ कोडवर्ड होता है । दिनांक 06/08/2019 को हमारे
द्वारा लिखी शिकायत कार्यकारी इंजीनियर-व- जिला माइनिंग अधिकारी को दी गयी थी।
जिसके बाद उन्होंने माइनिंग का मौका देख कर इस माइनिंग अवैध बताया और वहां पर 07
पोरकलाईन मशीन, 11 ट्रेक्टर ट्राली और 15 टिपर इस नाजायज माइनिंग में पाए गए और इन
पर कानूनी कार्रवाई के लिए फिरोजपुर के थाना सदर के प्रभारी को लिखा। लेकिन थाना
प्रभारी के द्वारा इस सम्बन्ध में कोई कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने कहा कि हाल
में पंजाब सरकार द्वारा सारे पंजाब को 07 क्लस्टर में बाँट कर नीलामी की गई थी ।
जिसकी कीमत 400 करोड़ के करीब थी। प्राप्त जानकारी अनुसार ये सारा पंजाब राजू चड्ढा
और अशोक चंडावा ने खरीदा है, लेकिन ये लोग पंजाब में नीलाम हुई खदानों की
एन्वॉयरमेंट क्लीयरेंस रोजाना किश्त-( जोकि डेढ़ से दो करोड़ रूपए रोजाना है) चलने
की वजह से अभी तक नहीं ली गई और ज्यादा ध्यान अवैध माइनिंग की तरफ लगाया जा रहा है
और सरकारी खजाने का नुक्सान किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि इस बारे में उन्होंने डायरेक्टर कम
सेक्रेटरी माइनिंग पंजाब, पंजाब पुलिस महानिदेशक, डायरेक्टर विजिलेंस पंजाब, चीफ
इंजीनियर माइनिंग पंजाब, इंस्पेक्टर जनरल ऑफ़ पुलिस फ़िरोज़पुर रेंज, डिप्टी
कमिश्नर फिरोजपुर और एस एस पी फिरोजपुर को भी लिखित शिकायत दी थी, पर उनकी शिकायत
पर कोई कार्रवाई नही हुई। बल्कि उन्हें ही जान से मार दिए जाने की धमकियां मिल रही
है। उन्होंने बताया कि इस संबंध में उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री को लिखित
शिकायत की है। पर इसपर भी कोई कार्रवाई नही हो पाई। जिससे आहत होकर आज उन्होंने
अपनी बात मीडिया के आगे रखना सही समझा। उन्होंने गुहार लगाते हुए सरकार से मांग की
कि अवैध माइनिंग करने और करवाने वालों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाये । एरिया
में हो रही अवैध माइनिंग को रोका जाए, जिससे सरकारी खजाने को होने वाले और नुकसान
को रोका जा सके।
उन्होंने
कहा कि अगर सरकार द्वारा भी कोई कार्रवाई न की गयी तो मजबूरन उन्हें माननीय पंजाब
एंड हरियाणा हाईकोर्ट का सहारा लेना पड़ेगा।
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