By Samachar Digital News
Chandigarh 02nd September:- श्री गणपति महोत्सव सभा चंडीगढ़ द्वारा सेक्टर 32 के श्री रामलीला व दशहरा ग्राउंड में 1 से04 सितंबर आयोजित श्री गणपति महोत्सव के दूसरे दिन आज गणपति बप्पा जी को मुकुट और वस्त्र तिलक लगाकर प्रार्थना अर्चना की और आरती वंदना और पूरे विधि विधान के साथ मूर्ति स्थापना हुई। गणपति बप्पा मोरिया-मंगलमूर्ति मोरया, देवा ओ देवा गणपति देवा तुमसे बढ़कर कर कौन के जयकारों से पण्डाल गूंज उठा। इसमें गणपति बप्पा महाराज जी को 108 प्रकार का भोग भी चढ़ाया गया। सभा के पदाधिकारियों ने भक्तजनों संग विघ्नहर्ता, दुखहर्ता गणपति बप्पा की इको फ्रेंडली सवा सात फ़ीट ऊंची प्रतिमा के समक्ष नतमस्तक हो समस्त संसार के सुखमय जीवन की मनोकामना की। इस अवसर
पर सभा के प्रधान प्रदीप बंसल, जनरल सेक्रेटरी अजय बंसल, सुनील खरबंदा संगठन सचिव,
संजीव मित्तल सचिव, आशीष शर्मा सचिव अजय बंसल व अन्य सदस्य मौजूद थे।
सभा के प्रेसिडेंट प्रदीप बंसल और जनरल सेक्रेटरी अजय बंसल ने बताया कि गणेश चतुर्थी हिन्दुओं के प्रमुख त्योहारों में से एक है. इसे विनायक चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है । मान्यता है कि इसी दिन बुद्धि, समृद्धि और सौभाग्य के देवता श्री गणेश का जन्म हुआ था। इस पर्व को देश भर में हर्षोल्लास, उमंग और उत्साह के साथ मनाया जाता है । यह त्योहार पूरे 10 दिनों तक मनाया जाता है. श्री गणेश के जन्म का यह उत्सव गणेश चतुर्थी से शुरू होकर अनंत चतुर्दशी के दिन समाप्त होता है।गणेश चतुर्थी के दिन भक्त प्यारे गणपति बप्पा की मूर्ति को घर लाकर उनका सत्कार करते हैं। फिर 10वें दिन यानी कि अनंत चतर्दशी को विसर्जन के साथ मंगलमूर्ति भगवान गणेश को विदाई जाती है। साथ ही उनसे अगले बरस जल्दी आने का वादा भी लिया जाता है। इसके बाद प्रसाद भी बांटा गया।
शाम को साध्वी पूजा सखी ने संगीतमय भजन संध्या की प्रस्तुति दी गयी। गणपति बप्पा का आशीर्वाद लेने के लिए शहर के गणमान्य लोग भी पंडाल में पधारे और पूजा अर्चना कर मंगलकामना की।
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