Saturday, September 28, 2019

भगत सिंह की विचार धारा पर शोध कार्य की आवश्यकताः राणा के. पी. सिंह


By Samachar Digital News
Chandigarh 28th September:- शहीद-ए-आज़म सरदार भगत सिंह जी की 112वीं जयंती के अवसर पर आज गांधी स्मारक भवन सैक्टर 16 के सभागार में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि पंजाब विधान सभा के स्पीकर राणा के. पी. सिंह, विशिष्ट अतिथि भगत सिंह के भतीजे किरण जीत सिंह ने प्रोग्राम में शिरकत की। कार्यक्रम की अध्यक्षता गांधी स्मारक निधि के अध्यक्ष के.के. शारदा ने की व मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए प्रसिद्ध इतिहासकार एम.एम.जुनेजा ने कहा कि भगत सिंह को जब फासी देने के लिए ले जाया जा रहा था तो भगत सिंह के चेहरे पर हंसी थी और ले जाने वाले लोग रो रहे थे।
राणा के. पी. सिंह ने कहा कि भगत सिंह एक साधारण क्रांतिकारी नहीं थे, वे एक सुपर क्रांतिकारी थे। भगत सिंह ने भारतीय संस्कृति को सही मायनो में समझा है। उन्होंने कहा कि भगत सिंह की राजनीतिक सोच पर अभी तक कोई शोध कार्य नहीं हुआ है। इसके लिए भगत सिंह पर चेयर स्थापित की जाने की जरूरत है।
के.के. शारदा ने कहा कि भगत सिंह की लोकप्रियता इतनी थी कि जब उनकी अस्थियों को लाहौर से लाया गया तो करीब एक लाख लोग वहाँ मौजूद थें।
वरिष्ठ उपाध्यक्ष आर्चाकुल प्रेम विज ने कहा कि भगत सिंह ने बचपन में ही बंदूको की खेती की बात कर बता दिया था कि उनके मन में क्या था।
डा. देवराज त्यागी ने कार्यक्रम के आरम्भ में आतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन दीपक चनारथल ने किया। इस अवसर पर प्रसिद्ध गायकों द्वारा देश भक्ति के गीत प्रस्तुत किए गए।


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