By Samachar Digital
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Chandigarh 13th November:- स्थानीय निवासी मंजीत शाह सिंह ने गुरु नानक जी के 550वें जन्म प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य पर "धन गुरु नानक" लिखना शुरू किया है। उनका कहना है कि इस कंसेप्ट से मेडिटेशन करना आसान होता है। परमात्मा की तरफ लगन बढ़ती है।
मंजीत शाह सिंह ने बताया कि आप चाहे किसी भी धर्म को मानते हो और यदि आप ईश्वर के बारे में लिखते हैं तो मन की एकाग्रता बढ़ती है। भक्ति के साथ-साथ शारीरिक थकावट भी कम होती है। जिंदगी की दौड़ धूप में यदि हम कुछ समय निकालकर कुछ पवित्र शब्द लिखते हैं तो परमात्मा का ध्यान करना बड़ा ही आसान हो जाता है। उन्होंने बताया कि वे पिछले 13 दिनों से "धन गुरु नानक" लिख रहे हैं व रोजाना यह हज़ार बार के हिसाब से अब तक 13000 बार इसे लिख चुके हैं। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा गुरु नानक देव जी के अगले जन्म प्रकाश पर्व तक एक लाख बार लिखने का टारगेट तय किया है। उनका मानना है कि लिखने से मनुष्य का चित्त एकाग्र होता है और वह आसानी से परमात्मा का ध्यान कर सकता है। उन्होनें बताया कि कोई भी व्यक्ति, किसी को धर्म को भी मानने वाला है यदि वह कुछ मंत्र या धर्म से संबंधित कुछ स्लोगन लिखना चाहता है तो उन्हें उनकी तरफ से निशुल्क स्टेशनरी उपलब्ध करवाई जाएगी।
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