By Samachar Digital News
Chandigarh 26th November:- गैसट टीचर्स ने अपने खून से लिख कर मांग दी कि कांटरैकट करमचारियों को पकका करने के लिए एम.सी व चंडीगढ प्रशासन भेदभाव कर रहा है ।
चंडीगढ प्रशासन कांटरैकट इमपलाइज को पकका करने की कोई नीति नहीं बना रहा है और न ही पंजाब की 18.3.11 की पालिसी को अपना रहा है बल्कि प्रशासन व एम.सी पंजाब की 2011 की कांटरैकट इमपलाइज को पकका करने की इस पालिसी को साँसद,गवरनर व केंद्र से छुपा भी रहा है ।
इससे पहले परसोनल सैकरेटरी ने भी कचचे कर्मचारियों के लिए पंजाब की पालिसी अपनाने के संदर्भ में जवाब देते हुए सांसद को लिखा था कि पंजाब की 2016 का एकट अभी कोर्ट में विवादित है व जैसे ही इसमें कोई संशोधन होगा तो चंडीगढ प्रशासन से अपना लेगा व उस समय भी 2011 की पालिसी का जिकर नहीं किया गया ।
प्रशासन व एम.सी पंजाब की विवादित पालिसी 2016 का जिकर जरूर कर रहा है पर कांटरैकट इमपलाइज के लिए अविवादित पालिसी 18.3.2011 पर कोई टिप्पणी नहीं कर रहा है ।
चंडीगढ प्रशासन ने पंजाब की डेली वेजरस की पालिसी 17.11.11 को लागू कर उमा देवी बनाम स्टेट आफ कर्नाटक के आधार पर वन टाइम मईयजर के आधार पल
2014-15 में पालिसी बना कर लागू कर दिया था पर कांटरैकट इमपलाइज को इससे वंचित कयों रखा जा रहा है ।
इसी मांग को लेकर यह एसोसिएशन संजय टंडन से मिली और प्रशासन
व एम.सी के भेदभाव के बारे में बताया ।
संजय टंडन ने एसोसिएशन को चंडीगढ प्रशासन, गवर्नर व केंद्र में यह मामला उठाने का आश्वासन दिया।
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