Sunday, February 2, 2020

ऑटो रिकशा चालकों ने चंडीगढ़ प्रशसन के खिलाफ खोला मोर्चा: ट्राईसिटी में कल ऑटो चालक ऑटोज का करेंगे का चक्का जाम:


By Samachar Digital News
Chandigarh, 02nd Feb, 2020:- पंचकूला और मोहाली से चंडीगढ़ में आने वाले ऑटोज़ के प्रवेश और एंट्री टैक्स को लेकर चल रहा विवाद बढ़ता ही जा रहा है। ऑटोज़ चालकों ने एकजुटता दिखाते हुए चंडीगढ़ प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। ऑटो यूनियन के आह्वान पर ऑटो चालकों ने सोमवार 03 फरबरी को पूर्णतः चक्का जाम की घोषणा की है।
हिन्द ऑटो रिक्शा वर्कर यूनियन के प्रेजिडेंट अनिल कुमार ने बताया कि चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा मोहाली और पंचकूला से आने वाले ऑटोज़ के साथ धक्का करते हुए, उनको एंट्री पॉइंट पर परमिट और एंट्री टैक्स में उलझा कर रोक दिया जाता है।  उनके पास कागज़ात पूरे होते है पर उन्हें शहर में प्रवेश ही नही करने दिया जाता। अनिल कुमार ने आगे बताया कि अब उनकी दिक्कत ये है कि ऑटोज़ में सी एन जी भरवाने के लिए चंडीगढ़ ही आना पड़ता है। पंचकूला के आस पास लगभग 90 किलोमीटर के दायरे में सी एन जी एवं एल पी जी फिलिंग स्टेशन ही नही है। तो फिर वो टैंक फिल-अप करवाने कहाँ जाए।
चंडीगढ़ में एंटर करने के लिए हम ऑटो वालों को चंडीगढ़ ट्रांसपोर्ट विभाग टैक्स पर्ची चार्ज करने को कहते हैं, तो हम ऑटोवाले उस टैक्स का जो चार्ज बनता है, प्रतिदिन के हिसाब से भी देने को तैयार है। इससे पहले हम जब भी काउंटर साइन करवाने के लिए किसी अधिकारी के पास जाते थे, तो अक्सर अधिकारी नहीं मिलता है और हम ऑटो वालों को अक्सर दलालों का ही शिकार होना पड़ता है। उच्च अधिकारियों से जब इस बारे में बात की जाती है तो इसे अनसुना कर देता है।
अनिल कुमार ने इसी तरह से ट्राईसिटी में चल रही एच आर -68 की प्राइवेट नंबर्स की बस, जोकि स्कूल से बच्चों को लाने छोड़ने का काम करती है। इनके पास भी तो परमिशन या परमिट नहीं है, तो फिर इनको एंटर क्यों किया जा रहा है इनके अलावा ट्राईसिटी में एच आर -68 नंबर की टैक्सी भी चल रही है, इनके पास भी परमिट नहीं हैतो इन्हे भी एंटर करने दिया जा रहा है।
चंडीगढ़ ट्रैफिक पुलिस जब भी कोई नियम लागू करता है, तो ऑटो वालो कभी भी जागरूक नहीं करवाया जाट, बल्कि चालान कर परेशान करना शुरू कर देते है। उदहारण के तौर पर अभी हाल ही में चंडीगढ़ ट्रैफिक पुलिस ने तीन नए नियम लागू किये है जैसे लेन सिस्टम, स्पीड लिमिट लाइट और सवारी चढ़ाने और उतारने के बारे में किसी भी ऑटो वाले को जागरूक नहीं किया है, बल्कि हुकुम थोप दिए गए है।
चंडीगढ़ प्रशासन ने 2009 के बाद मीटर का रेट नहीं बढ़ाया पुराने ही रेट पर मीटर चल रहा है। जबकि चंडीगढ़ में पंचकूला में और मोहाली में कहीं पर भी ज्यादातर 98% सवारियां को मीटर से चलने को  जागरूक ना करवाना, जबकि चंडीगढ़ की बसों का किराया साल में दो या तीन बार बढ़ता है। परंतु हमारे ऑटो का रेट पिछले 11 साल से वही चल रहा है। अगर कोई ऑटो ड्राइवर किसी तरह की कोई गलती करता है, तो उसी को सजा होनी चाहिए या उसको जो कार्रवाई बनती है। वह होनी चाहिए सभी ऑटो वालों को उसी निगाह से देखा जाता है। जब पंचकूला के पास एलपीजी और सीएनजी नहीं है, तो इन ऑटो को पंचकूला का ही परमिट देना, किसने इजाजत दी। यह वहां के डीसी की और ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी की और वहां के एडमिनिस्ट्रेशन की जिम्मेदारी बनती थी।
अनिल कुमार ने कहा कि अगर प्रशासन उनकी समस्या को नहीं सुनता तो वो सोमवार 03 फरबरी को ऑटोज का चक्का जाम करेंगे। इस दौरान ट्राईसिटी में कोई भी ऑटो नहीं चलेगा, जिससे सवारियों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने ये भी स्पष्ट किया कि चक्का जाम के दौरान किसी भी आपातकालीन स्थिति में किसी भी ऑटो को रोका नहीं जायेगा।

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