By Samachar Digital News
Chandigarh March 20, 2021:- चंडीगढ़ सेक्टर 34 स्थित गुरद्वारा साहिब के सामने वाले ग्राउंड में आज विधिवत रूप से गांधी शिल्प बाजार- 2021 का शुभारंभ हुआ। जिसका उद्धघाटन प्रसिद्ध समाजसेवी रविन्द्र सिंह बिल्ला ने किया। 18 मार्च 28 मार्च तक चलने वाले इस गांधी शिल्प बाजार में हैण्डलूमस और हैंडीक्राफ्ट से जुड़े देश के विभिन्न प्रदेशों के मूल कारीगर भाग ले रहे हैं। कोरोना काल के बाद चंडीगढ़ में संभवत पहली बार इतना बड़ा मेला लग रहा है । सुबह 11 बजे से शुरू होकर रात के 9 बजे तक चलने वाले इस मेले में खरीदारी के साथ देश के सभी प्रदेशों से आए कारीगरों की कलाकृतियां देखने का मौका मिलेगा। इस अवसर पर नई दिल्ली के डिस्ट्रिक्ट एंड सेशन जज राजपाल सिंह तेजी, पूर्व शिक्षिका दविंदर कौर, सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट मनमीत सिंह तेजी, पंजाबी यूनिवर्सिटी की इंग्लिश की गेस्ट लेक्चरर दीपिन्दर कौर सहित हरियाणा के एम एस एम ई विभाग के जॉइंट डायरेक्टर जयदीप कपूर,मिनिस्ट्री ऑफ टेक्सटाइल- हैंडीक्राफ्ट कार्यालय के असिस्टेंट डायरेक्टर रजा आलम व मेला को ऑर्डिनेटर यामीन खान व समिता रावत भी उपस्थित थे।
इस 10 दिवसीय मेले के दौरान आने वाले लोगों को कोरोना महामारी के प्रति भी जागरूक किया जाएगा। उन्हें सरकारी नियमों की पालना करने हेतु अपील भी की जा रही है। लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग सहित भीड़ भाड़ वाले स्थान पर सामाजिक दूरी के साथ साथ मास्क पहने रखने की भी अपील की जाएगी।
मुख्य अतिथि सामाजिक कार्यकर्ता रविन्द्र सिंह बिल्ला ने इस अवसर पर अपने विचार रखते हुए कहा कि मेक इन इंडिया के तहत सभी देशवासियों का फ़र्ज़ बनता है कि देश की संस्कृति, कलाकृति और कारीगरी को बचाने के लिए विदेशी का मोह त्याग ज्यादा से ज्यादा स्वदेशी सामान ख़रीदे। जिससे कि देश के सभी राज्यों के कारीगर जो हस्तशिल्प कला को संजोए हुए हैं वो कहीं लुप्त न हो जाए।
मिनिस्ट्री ऑफ टेक्सटाइल- हैंडीक्राफ्ट कार्यालय के असिस्टेंट डायरेक्टर रजा आलम और गांधी शिल्प बाजार के आयोजक यामीन खान के अनुसार यह प्रदर्शनी हस्तशिल्प, टेक्सटाइल मंत्रालय के सौजन्य से व इंडियन नारी डेवलपमेंट अवाम इम्प्रोवमेंट एंड एडवांसमेंट ऑफ नेशन, नई दिल्ली की ओर से लगाई जा रही है।
यामीन खान ने कहा कि इस तरह के मेले के आयोजन से भारत के हस्त शिल्प कलाकारों को आगे बढऩे का मौका मिलता है। साथ ही रोजगार के नए अवसर भी देखने को मिलते हैं। उन्होंने कहा कि इस मेले में लोगों को देश के कोने- कोने की संस्कृति व विरासत तो देखने को मिलेगी ही साथ ही शिल्पकारों द्वारा बनाए गए सामान को खरीदने का कम दामों पर मौका भी मिलेगा।
प्रदर्शनी के प्रमुख आकर्षण:-
उन्होंने बताया कि प्रदर्शनी में प्रमुख आकर्षण के केन्द्र मधुबनी पेंटिंग, बनारसी साड़ी, कश्मीरी शॉल, सहारनपुर का फर्नीचर, नागालैंड का ड्राई फ्लावर, भदोई मिर्जापुर का कालीन, आसाम का बांस के उत्पाद, फरुखाबाद का इम्ब्रॉइडरी ज्वेलरी, आगरा का लेदर के सामान, हरियाणा का टेराकोटा, गुरुग्राम का पेपर वर्क, बंगाल का हैंड प्रिंटेड टेक्सटाइल, राजस्थान का कशीदाकारी, पंजाब की पुलकारी, उड़ीसा का स्टोन वर्क ब दिल्ली के हस्तशिल्प आइटम हैं।
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